Thursday, 23 May 2024

Honey singh and 440 Hertz

हनी सिंह ने एक लंबे अरसे के बाद संगीत की दुनिया में वापस कदम रखा है। शराब ड्रग्स और तमाम तरह के सूखे नशे की चपेट में रहने वाला हनी सिंह आज बार-बार लोगों को कहता फिरता है कि ठीक है कभी कभार शराब पी लो, लेकि‌न सूखे नशे मत करो, वह आपको पूरा बर्बाद कर देता है। अपने इतने लंबे समय के संक्रमण काल से बाहर निकला हनी सिंह अब फिर से संगीत बनाने लगा है। आते ही उसने kaalastar गाना दिया था जिसने मौजूदा वायरल होने वाले सारे रिकाॅर्ड एक दिन में ही तोड़ दिए। अब फिर से वह नये नये गानों के साथ अपनी मौजूदगी दिखा रहा है। अभी हाल फिलहाल में Vigdiyan Heeran लेकर आया है, जिसने फिर से धूम मचा दी है।

हनी सिंह का गाना एक बार सुनने के बाद आपके भीतर रह जाता है, जैसे एक दो बार कोई व्यक्ति नशा करता है, तो वह नशा उसकी स्मृति में रह जाता है, जिस शराब सिगरेट को बचपन में वह खराब वस्तु मानता था, अब उसके प्रति एक सकारात्मक छवि अवचेतन मन में गहरे से पैठ बना लेती है। हनी सिंह का संगीत भी उस किसी नशे की तरह ही है। 

हनी सिंह के गाने के बोल आप छोड़ दीजिए, वह संगीत में खेलता है। वह खुद कहता है - विजुअल इंटरनेशनल लेवल का होना चाहिए, बीट्स पर बढ़िया से काम हो, गाने तो वही आलू भिण्डी वगैरह लुंगी डांस यही सब लिख के ही मैं खेल जाऊंगा। 

लेकिन हनी सिंह आखिर खेल खेलता कहां है। वह खेल खेलता है बीट्स में फ्रीक्वेंसी में। हनी सिंह के सारे गाने 440 हर्टज में ही रिकाॅर्ड किए जाते हैं। ये ऐसी फ्रीक्वेंसी है, जिस पर बढ़िया बीट्स के साथ बने गाने सुनने से आपकी ह्रदयगति बढ़ती है, यह मस्तिष्क के बाएं हिस्से को उत्तेजित करती है, खून के प्रवाह को बढ़ाती है। एक तरह से ऐसा संगीत आपको किसी नशे की तरह झंकृत कर देता है, और फिर आपको उस गाने को सुनके मजा आने लगता है, ऐसा नहीं है कि गाने के बोल से आपके साथ ऐसा होता है, असल में साला खेल म्यूजिक का होता है, म्यूजिक की बीट्स पर ही कभी आपको बहुत भीतर तक सुकून मिल जाता है तो कभी आपको नाचने का मन करने लगता है तो कभी आप खो से जाते हैं। 

फूड पैकेट्स में जिस तरह आर्टिफिशियल फ्लेवर की धूम है ठीक उसी तरह नाजियों के समय से जब रेडियो में लोगों को मानसिक रूप से अपने पक्ष में करने के लिए नये नये तरीके इजात किए जा रहे थे, तब सबसे पहले जोसेफ गोयबल्स ने डेविड राॅकफेलर को 440 हर्टज के फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल कर लोगों को नियंत्रित करने के लिए कहा था, अब गाने भी उसी में बनते हैं।

हनी सिंह के ही कहे अनुसार 440 हर्टज असल में जादू है, जैसे आप एक छड़ी घुमाते हैं तो हवा से टकराकर जो सरसराहट की आवाज आती है, ठीक उसी तरह पृथ्वी के घूमने की गति है, पुराने लोग कहते हैं कि धरती 440 हर्टज की फ्रीक्वेंसी में ही प्रतिध्वनि करते हुए घूमती है, हनी सिंह उसी फ्रीक्वेंसी में ही संगीत बांचता है और सलीके से बांचता है। पाॅप संगीत में अभी तो यही दौर चल रहा है, तो अभी के लिए Vigdiyan Heeran अगर न सुना हो तो सुन लिया जाए और इस संगीत रूपी नशे का भोग किया जाए।



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