आजकल चहुंओर मतदान नामक इवेंट की बाहर है। चुनाव के दिन, आप एक नागरिक को उसकी मूर्खता के चरम सीमा पर पाओगे। #VoteforDemocracy या ऊंगली के साथ सेल्फी, जैसे वोट डालकर राष्ट्र के निर्माण में बहुत बड़ा तीर मार दिया हो। असल में आजादी के बाद का सबसे बड़ा scam है ये Democracy पर, लोग भोले हैं उनको लगता है ये लोकतंत्र जनता का, जनता के द्वारा, जनता के लिए है। इसलिए वह एक दिन वोट डालकर पांच साल तक लाइन लगाते रहने और बेतरतीब टैक्स देने की गारंटी ले लेता है, और एक निशान के रूप में दुनिया के सामने ऊंगली दिखाकर इसका प्रदर्शन करता है।
पहली बात तो अधिसंख्य जनता मूर्ख है, दोगली है। उसे कुछ पता ही नहीं है। उसी जनता के जेब से लाखों करोड़ों खर्च करके विज्ञापन और प्रोपेगेंडा से न्यूज और सोशल मीडिया से ब्रेनवाॅश करके किसी पार्टी के लिए वोट डलवाया जाता है, धर्म और जाति के नाम पर लड़वाया जाता है। जनता हाथों हाथ इसे उठा लेती है।
जब बीजेपी या कांग्रेस की सरकार बनती है तो लोग ऐसे खुश होते है जैसे उनके बाप का राज़ आ गया हो, फिर वही लोग 100₹ की पेट्रोल में 60-70₹ टैक्स देंगे। ट्रेन की टिकट से लेकर अस्पताल में इलाज करने के लिए लंबी लाइन में लगेंगे। हर जगह टैक्स भरेंगे सड़क में टोल से लेकर चड्डी खरीदने तक। फिर गड्डे से भरे सड़क में एक्सीडेंट होकर मर जायेंगे। अंधे लोगो को ये नहीं दिखता की सरकार उनसे कितना चूसती और बदले में कोई सुविधा तो छोड़ो, आप एक जमीन/मकान खरीदने से लेकर मृत्यु प्रमाणपत्र बिना असुविधा या घूस के नहीं बना सकते। आप सरकार के सभी नियमों का पालन करो, कभी आधार कॉर्ड बनवाओ तो कभी नोट बदलवाओ। वहीं एक रेपिस्ट मर्डर करने वाला चुनाव जीतकर राज़ करता है हमारे ऊपर, और उसके बच्चे विदेश में पढ़ते हैं।
अमीर शहरी आदमी वोट डालने कभी नहीं जाता क्योंकि उसे पता है उसे किसी सरकार से कुछ मिलने वाला नही हैं। गरीब ही बस 1 घंटे लाइन में लगकर धूप में वोट देने जाता है। क्योंकि उसे इसकी आदत है। उसे सारा राशन पानी लाइन लगे बिना कभी मिला ही नहीं।
जो तंत्र मुझे पीने के लिए साफ पानी और सांस लेने के लिए साफ हवा भी ना दे पाए उससे मैं क्या ही उम्मीद रखूं। ऐसे लोकतंत्र पर थू है मेरा।
क्या इस राष्ट्र का अपने नागरिक के लिए कोई कर्तव्य नही है?
मुझे लोकतंत्र पर कोई भरोसा नहीं है। मुझे किसी सरकार से कभी भी कोई लेना देना न रहा है, न कभी रहेगा, और ना ही मैं कोई उम्मीद रखता हूं। इसलिए मेरे लिए वोट देने का कोई महत्व नहीं है। आपको यह लोकतंत्र मुबारक हो, आपको यह नागरिकता मुबारक हो।
Contributed By - abhinav
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