Tuesday, 8 September 2020

मेस्सी और बार्सिलोना

मेस्सी हमारे समय में फुटबाॅल की दुनिया का सबसे बड़ा ब्रांड है और फुटबाॅल क्लब ब्रासिलोना है उसका गढ़, उसका किला। वर्तमान में कोच के रूप में फुटबाल क्लब बार्सिलोना की अध्यक्षता चाहे कोई भी करे लेकिन उसे भी पता है कि जब तक इस क्लब में मेस्सी है तभी इस क्लब का अस्तित्व है। मेस्सी इस क्लब की पहचान ही नहीं वरन् इस क्लब का पर्याय बन चुका है, वह अपने ईशारों पर इस क्लब को संचालित करता है, वह जैसा चाहता है, उसके ईर्द-गिर्द चीजें संचालित होती हैं। इन गुजरते वर्षों में मेस्सी का कद बार्सिलोना के कद से कहीं बड़ा हो चुका है और इस बात को मेस्सी बखूबी समझता है तभी क्लब से रिटायरमेंट लेने का तमाशा करता है और क्लब भी वही करता है जो मेस्सी चाहता है, वो भी तब जब टीम को कोई दूसरी टीम बुरी तरीके से मात देती है जैसा कि अभी हाल फिलहाल में हुआ और बार्सिलोना यानि मेस्सी की टीम को 8-2 की शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस हार के तुरंत बाद मेस्सी के बार्सिलोना छोड़ने की खबर को ऐसे प्रचारित किया जाता है कि दुनिया भूल जाती है कि मेस्सी की टीम‌ ने मैदान में इतना घटिया प्रदर्शन किया, वह सहानुभूति दिखाने लग जाती है कि मेस्सी अपने उस पुराने क्लब को छोड़ रहा है जहाँ से टिसू पेपर में मिले सहमति प्रस्ताव से उसने फुटबाॅल की दुनिया में ये मुकाम हासिल किया। ये ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि नैतिकता ताक पर है, बार्सिलोना की साख बचाने या यूं कहें कि अपनी साख बचाने के लिए मेस्सी ने बार-बार यह व्यूह रचना की है और हमेशा यह बहाना तैयार रहा कि कांट्रैक्ट अगले साल तक सुरक्षित है। शायद मेस्सी की यह व्यूह रचना इस बार सच भी साबित हो जाए, शायद एक साल बाद वह रिटायरमेंट भी ले ले। लेकिन एक चीज कभी नहीं बदलेगी वो यह कि मेस्सी सिर्फ और सिर्फ बार्सिलोना का ही रहेगा। और जिस दिन वह बार्सिलोना छोड़ेगा उस दिन से ही फुटबाॅल क्लब बार्सिलोना का नामोनिशान मिटना शुरू हो जाएगा।

No comments:

Post a Comment