Wednesday, 25 August 2021

कुमाऊं के एक धर्मशाले में

 भारत घूमते हुए एक धर्मशाले में रूकना हुआ। धर्मशाला की जैसी प्रक्रिया होती है कि एक पहचान पत्र और कुछ एडवांस जमा करना होता है, वह मैंने किया। आधार कार्ड से मेरा नाम देखने के बाद रजिस्टर में एंट्री करने वाले ने कहा और अप्रत्यक्ष रूप से जाति पर बात छेड़ने लगा - मैंने जान बूझकर सीधे झूठ कह दिया कि ST हूं, कमरा मिलेगा न? वे कुछ सेकेण्ड के लिए चुप हो गये। बड़ी-बड़ी आँखों से देखने लगे। 


मैंने इस एक चीज को अपनी आदत में शामिल कर लिया है, कि जब भी कहीं कोई जाति पर बात करता है, मैं भारत का जो सबसे पिछड़ा सबसे नीचे जो होता है, कोशिश करता हूं कि वही बताऊं। कई बार इस वजह से बेवजह बहुत परेशानियाँ झेलनी पड़ती है लेकिन यह सब देखने समझने के लिए ही तो मैं ऐसा करता था, इस बार भी वही किया। देखना चाहता था कि कहाँ किस स्तर तक पिछड़ों के साथ हिंसा होती है। इस एक आदत ने मेरे अंदर के पूर्वाग्रह को बहुत हद तक तोड़ा।


मैं उस धर्मशाले में वैसे तो एक दिन रूकने के लिए गया था, लेकिन एक दिन और रूकने का मन हो गया। अमूमन धर्मशालों में आप अधिकतम तीन दिन ही रूक सकते हैं। बहुत बढ़िया धर्मशाला था, सुबह 6 बजे ही आरती हो जाती थी, बहुत ही कर्णप्रिय, घंटियों की आवाज से नींद खुलती थी। खिड़की के सामने ही हिमालय के दर्शन होते थे।


धर्मशाला में जहाँ काउंटर था, जहाँ रसीद काटा जाता था, उसी कमरे में ही वाटर कूलर था, जहाँ गर्म पानी मिल जाता था, क्योंकि ठंड का समय था, और पहाड़ों में ठंड के मौसम में ज्यादा ठंडा पानी पीना बीमार कर देता है। एक तो मुझे प्यास बहुत लगती है, वाटर कूलर के खूब राउंड लगाना हो जाता। उसी कमरे में कई बार रसीद काटने वाले भाई साहब घूर के देखते लेकिन कुछ ना कहते। जब जाता हमेशा घूरते लेकिन चुप रहते। 


जिस दिन मैं चेक आउट कर रहा था, उस दिन जमा पैसे वापस लेने के बाद मैंने कहा -  भाईसाहब आपने जाति पूछी थी न, मैं ST नहीं हूं, वो तो बस ऐसे ही कह गया था। यह सुनकर वे हँसने लग गये, फिर वे जो इतने दिन मुझसे कटे कटे से थे, बहुत रूचि दिखाते हुए चर्चा करने लग गये कि मैं कहाँ-कहाँ घूम रहा हूं। मैंने थोड़ी देर बात की उसके बाद कहा - देर हो रही है, चलता हूं। फिर उन्होंने कहा - दुबारा कभी आओ तो यहीं आना। आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि कभी कोई धर्मशाला वाला ऐसे न्यौता नहीं देता है, अमूमन यह काम होटल वाले ही करते हैं। 😊


तस्वीर - शाम को खिड़की से हिमालय का दृश्य



#allindiasolowinterride2020

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