Monday, 2 October 2017

~ आंकड़े ~

आंकड़े,
आंकड़े जिनसे हो जाता है शहर स्वच्छ,
आंकड़े जिनसे गांव के गांव शौचमुक्त हो जाते हैं,
आंकड़े जो कर देते हैं खेतों की सिंचाई और उन्नत पैदावार,
कुछ यूं आंकड़े ही हमारा पेट भर जाते हैं।
महंगाई, गरीबी को कम करते ये आंकड़े,
शिक्षा को जन-जन तक पहुंचाते आंकड़े,
रोजगार का सृजन करते ये आंकड़े,
आय की असमानता दूर करते ये आंकड़े,
अमीर-गरीब का फर्क मिटाते ये आंकड़े,
दंगों, हिंसाओं का सच बताते ये आंकड़े,
नदियों की सफाई का ब्यौरा देते आंकड़े,
विकास का लक्ष्य साधते ये आंकड़े,
आंकड़ों से, इन्हीं आंकड़ों से ही तो देश का भविष्य(जीडीपी) तैयार हो जाता है।
सौ बड़े झूठ मिलकर भी जहाँ छोटे पड़ जाते हैं ऐसे बलवान होते हैं ये आंकड़े।

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