Friday, 9 September 2022

पंचायत वेब सीरीज ( सीजन 1 एवं 2 ) समीक्षा -

ग्रामीण परिवेश को करीने से रेखांकित करती पंचायत वेब सीरीज का पहला सीजन 2020 में आया था जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिला, फिर उसका दूसरा सीजन मई 2022 में आया। यह परिवार के साथ देखे जा सकने वाली एक साफ सुथरी वेब सीरीज है, ओटीटी (OTT) प्लेटफाॅर्म और वेब सीरीज के इस दौर में जहाँ फिल्मों में मारकाट और फूहड़ता हावी है, ऐसे में पंचायत जैसी वेब सीरीज लीग से हटकर अपने को प्रस्तुत करती है। 

इस वेब सीरीज के माध्यम से गाँव की सभ्यता, संस्कृति एवं भाषा को बहुत ही सरलता से दिखाने का प्रयास किया गया है। जो कि पहले किसी भी वेब सीरीज में इतने सहज,सरल और इतने वास्तविक ढंग से नहीं दिखाया गया है। पंचायत वेब सीरीज गाँव की छवि को अपनी संपूर्णता में दिखाता है, इसमें स्थानीय ग्रामीण संस्कृति के सारे पहलू/आयाम देखने को मिल जाते हैं, लोगों के बीच अगर यह वेब सीरीज लोकप्रिय हुआ उसका बहुत बड़ा कारण यही रहा कि इसमें गाँव को बेहद सादगी और खूबसूरती से फिल्माया गया है। जहाँ गाँव का अपना सुकोमल हास्य विनोद और सहज अंदाज में एक दूसरे के साथ बरतने वाला ह्यूमर भी है, अपनेपन का पुट भी है, एक-दूसरे के साथ जीवन के हर उतार चढ़ाव में निभाई जाने वाली सामाजिकता भी है। 

इस सीरीज के पहले सीजन में यह दिखाया गया कि कैसे एक शहर का लड़का जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई किया है, जिसके सपने कुछ और हैं, उसे आगे CAT की पढ़ाई करनी है, लेकिन उसकी नौकरी बतौर सचिव "फूलेरा" नामक गाँव में लगती है और वह उस गाँव में जाकर वहाँ जद्दोजहद करता है, शुरू में उसका मन नहीं लगता लेकिन धीरे-धीरे उस माहौल के हिसाब से खुद को ढालते हुए वहाँ रम‌ जाता है और धीरे-धीरे उसे वह नौकरी बढ़िया लगने लगती है। पहले सीरीज में फिल्म के मुख्य किरदार सचिव जी जिनका नाम इस सीरीज में अभिषेक है, वे अंत में सरपंच की बिटिया रिंकी से पानी टंकी में बैठकर आँखों आँखों में बात करते हैं, और सस्पेंस की तरह इनकी केमेस्ट्री को अगले सीजन के लिए छोड़ दिया जाता है‌।

दूसरे सीजन में यह दिखाया गया कि सचिव जी अब गाँव के हिसाब से ढलने लगे हैं, पहले सीजन में दिखाया गया कि कैसे शुरूआत में गाँव में वे छोटी-छोटी चीजों से परेशान हो जाते थे, चिढ़चिढ़ाते थे, दूसरे सीजन में वे सहज होते नजर आते हैं। इस सीजन में सचिव जी और रिंकी, इन दोनों की हल्की फुल्की बात होती है, एक बड़ा सवाल यह रह गया है कि इन दोनों की केमेस्ट्री कब आगे बढ़ेगी?

दूसरे सीजन में सबसे अधिक वायरल हुए किरदार "भूषण" जिसके स्वभाव की वजह से उसे गाँव के लोग बनराकस कहते हैं, जिसके द्वारा कहा गया वाक्य " देख रहा है बिनोद" पूरे देश में वायरल हुआ है। इसे लेकर सबसे बड़ी दिलचस्पी यह रहेगी कि इनका अभिनय इनकी क्रांति आने वाले सीजन में भी देखने को मिलेगी या नहीं। 

इस सीजन के आखिरी एपिसोड में दिखाया है कि गाँव के उप-प्रधान प्रहलाद का बेटा जो आर्मी में है वह जम्मू-कश्मीर में शहीद हो जाता है। इसके बाद प्रहलाद बिल्कुल अकेला हो जाता है, अपने बेटे की मौत के बाद वह बुरी तरह से टूट जाता है, और इस भावुक कर देने वाले दृश्य के साथ इस सीजन की समाप्ति होती है।


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