- एक बड़ा सा कमरा लें, जिसमें बढ़िया से पुट्टी की गई हो,
- एक लकड़ी वाली पुरानी सी गिटार जुगाड़ें,
- शांतिदूत वाली वाइब दिखाने के लिए एक बुध्द जी की मूर्ति,
- दीवारों पर कुछ क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें,
- दो चार दिवंगत कवि लेखकों की तस्वीरें,
- प्रशस्ति पत्र का फोटो फ्रेम, अवार्ड आदि,
- एक दो प्रख्यात कलाकारों की पेटिंग,
- कागज से बने आकर्षक लैम्प,
- लाल पीले रंग से पुती लालटेन जिसमें बल्ब फिट होता हो,
- शोभा बढ़ाने के लिए कोई पुराना विंटेज रेडियो, टेप आदि,
- सुंदर महंगे दिखने वाले सोफे और उनमें चंद रंग-बिरंगे तकिए,
- आदिवासियों द्वारा बनाई गई जूट की कुर्सियाँ और कुछ धातुओं से बनी कलाकृतियाँ,
- एक बड़ा सा सफेद रंग का कम्प्यूटर या लैपटाॅप,
- कुछ प्लास्टिक वाले रंग-बिरंगे फूल, मनी प्लांट आदि,
- चाय काॅफी पीने के लिए टेबल में सुंदर कप और केतली, ये सामान तोहफे वाले हों तो और बेहतर,
- इन सब चीजों की सजावट करने के दौरान रंगों में लाल, पीले, नीले और सफेद रंग को विशेष प्राथमिकता दी जाए,
और अंत में कुछ लकड़ी के रेक भी बनवा लें और किताबें सजा लें,
अब खादी पहनकर या कुर्ता सदरी लगाकर हाथ में किताब लिए फोटो खिचवाएं...
आपके भीतर का साहित्यकार तैयार है।
- एक लकड़ी वाली पुरानी सी गिटार जुगाड़ें,
- शांतिदूत वाली वाइब दिखाने के लिए एक बुध्द जी की मूर्ति,
- दीवारों पर कुछ क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें,
- दो चार दिवंगत कवि लेखकों की तस्वीरें,
- प्रशस्ति पत्र का फोटो फ्रेम, अवार्ड आदि,
- एक दो प्रख्यात कलाकारों की पेटिंग,
- कागज से बने आकर्षक लैम्प,
- लाल पीले रंग से पुती लालटेन जिसमें बल्ब फिट होता हो,
- शोभा बढ़ाने के लिए कोई पुराना विंटेज रेडियो, टेप आदि,
- सुंदर महंगे दिखने वाले सोफे और उनमें चंद रंग-बिरंगे तकिए,
- आदिवासियों द्वारा बनाई गई जूट की कुर्सियाँ और कुछ धातुओं से बनी कलाकृतियाँ,
- एक बड़ा सा सफेद रंग का कम्प्यूटर या लैपटाॅप,
- कुछ प्लास्टिक वाले रंग-बिरंगे फूल, मनी प्लांट आदि,
- चाय काॅफी पीने के लिए टेबल में सुंदर कप और केतली, ये सामान तोहफे वाले हों तो और बेहतर,
- इन सब चीजों की सजावट करने के दौरान रंगों में लाल, पीले, नीले और सफेद रंग को विशेष प्राथमिकता दी जाए,
और अंत में कुछ लकड़ी के रेक भी बनवा लें और किताबें सजा लें,
अब खादी पहनकर या कुर्ता सदरी लगाकर हाथ में किताब लिए फोटो खिचवाएं...
आपके भीतर का साहित्यकार तैयार है।
No comments:
Post a Comment