1. कोई ऐसा ज्वलंत मुद्दा उठाएं जिसका लंबे समय से कोई समाधान न निकला हो। उदाहरण के लिए ऐतिहासिक व्यक्तित्व में नेहरू और गाँधी को ले लें, सामयिक समस्याओं में कश्मीर समस्या, नक्सल समस्या, पूर्वोत्तर की समस्या आदि।
2. इन विषयों पर पहले से लिखी गई किताबें, शोध पत्र-पत्रिकाएँ, पेपर कटिंग, मीडिया कवरेज, जर्नल आदि आदि चीजें जुटाएं।
3. अब इनमें से अपने किताबी शीर्षक के जरूरत के मुताबिक सामान उठा उठाकर टीपते चलें।
4. थोड़ा सा अनुभव और आंचलिकता का पुट डालने के लिए एक दो बार अमुक जगह जहाँ के बारे में किताब लिखी जा रही है, वहाँ की यात्रा कर आएं ताकि एक प्रमाण भी रहे।
5. अंत में कुछ महंगे भारी नामचीन साहित्यकारों से अपनी किताब के लिए नोट लिखवा लें, इन सारी चीजों को अच्छे से मिलाएँ, किताब तैयार है।
2. इन विषयों पर पहले से लिखी गई किताबें, शोध पत्र-पत्रिकाएँ, पेपर कटिंग, मीडिया कवरेज, जर्नल आदि आदि चीजें जुटाएं।
3. अब इनमें से अपने किताबी शीर्षक के जरूरत के मुताबिक सामान उठा उठाकर टीपते चलें।
4. थोड़ा सा अनुभव और आंचलिकता का पुट डालने के लिए एक दो बार अमुक जगह जहाँ के बारे में किताब लिखी जा रही है, वहाँ की यात्रा कर आएं ताकि एक प्रमाण भी रहे।
5. अंत में कुछ महंगे भारी नामचीन साहित्यकारों से अपनी किताब के लिए नोट लिखवा लें, इन सारी चीजों को अच्छे से मिलाएँ, किताब तैयार है।
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