Friday, 18 November 2016

Dekalog-1

पावेल दस साल के हैं,उनके पापा एक प्रोग्रामर हैं..पावेल की माता गुजर चुकी हैं..पावेल अपने पापा के साथ ही रहते हैं।पावेल की चहेती उसकी एरिना मासी है।जो आये रोज पावेल से मिलते रहती हैं।
एक दिन पावेल और उसके पिता सुबह नाश्ते की टेबल में बैठे रहते हैं..पावेल नाश्ता कर रहे होते हैं और उसके पिता पेपर पढ़ रहे होते हैं..
पावेल पेपर को इधर-उधर से झांकते हैं और पापा को पूछते हैं..
पावेल- पापा दूसरे देश के लोगों की मौत की खबर भी छपती है क्या?
पापा- हां कभी-कभी।
पावेल- लोग मरते क्यों है?
पापा- ह्रदयगति रूक जाने से,कैंसर से, कभी किसी दुर्घटना से।
पावेल- मेरा मतलब मौत क्या है?
पापा- खून पंप होना बंद हो जाता है तो सिर तक नहीं पहुंच पाता, सब कुछ रूक जाता है..खत्म हो जाता है और मृत्यु हो जाती है।
पावेल- फिर बचता क्या है?
पापा- जो भी हमने जीते जी किया है। एक इंसान के रूप में वो सारी याद जो हमने लोगों को दी है।
पावेल गहरी सोच से घिरे हुए दिखते हैं तो फिर उसके पापा कहते हैं-
पावेल,ये सब अभी ठीक नहीं, अभी इसे रहने देते हैं।
पावेल कुछ देर के लिए चुप हो जाते हैं और फिर कहते हैं- किसी के मरने के बाद लोग शोक यात्राएं करते हैं, आत्मा के लिए प्रार्थना करते हैं। लेकिन आपने आत्मा के बारे में कुछ नहीं बताया।
पापा- वो बस एक विदाई समारोह होता है..आत्मा नाम की कोई चीज नहीं।
पावेल- एरिना मासी कहती हैं कि आत्मा होती है।
पापा- हां कुछ लोग इस एक बात पर भरोसा करते हैं, ऐसा करने से जिंदगी आसान हो जाती है।
पावेल- आप करते हैं भरोसा?
पापा- मुझे सच में नहीं पता।
पावेल तुम क्या सोच रहे हो?
क्या कोई बात हुई है?
पावेल पापा की ये बात सुनकर रोने लगते हैं, आहें भरते हुए कहते हैं- मैं आज सुबह बहुत खुश था..जब वो गणित मैंने सही सही बनाया।फिर जब मैं शापिंग के लिए बाहर गया तो मैंने वहां एक कुत्ते को मरा हुआ पाया। मैंने खुद से पूछा- इसमें क्या अच्छा हुआ..इसके मरने की जानकारी क्या किसी को चाहिए?
इसको दफनाने में कितना समय लगेगा?
क्या इन सब बातों का कोई मतलब है?
पावेल फिर कहते हैं कि वो कुत्ता किसी अच्छी जगह पर होगा ना?


एक दिन एरिना मासी पावेल से मिलने आती है..वो पावेल के लिए एक गुरू की तस्वीरें लेकर आती हैं।
पावेल तस्वीरों को देखकर कहते हैं - क्या ये दयालु हैं?
मासी -हां।
पावेल- और क्या बुध्दिमान भी हैं?
मासी - हां।
पावेल- क्या उनको पता है कि लोग किसलिए जीते हैं?
मासी - शायद हां।
पावेल- मासी! पापा मुझे कह रहे थे कि हम इसलिए जीते हैं कि हम अपनी जिंदगी आसान बना सकें..और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए भी इसे आसान बना सकें। पर हम कई बार सफल नहीं हो पाते।
मासी- हां उन्होंने सही कहा है। हम कई बार सफल नहीं हो पाते, पर जिंदगी का मकसद ये है कि हमने दूसरों की कितनी मदद की। अगर हम किसी की सहायता करते हैं चाहे वो छोटी हो या बड़ी, हमें महसूस होता है कि उन्हें हमारी जरूरत है और फिर हमारी जिंदगी आसान हो जाती है।
जैसे तुम्हें आज मैंने ये तस्वीरें दिखाई और तुम्हें खुशी हुई।
ये बात सुनके पावेल धीमी सी मुस्कान फेर लेते हैं, एक असीम आनंद से भर जाते हैं।
मासी आगे कहती है - ये जिंदगी एक तोहफा है।
पावेल - मासी लेकिन पापा लेकिन बहुत अलग सोचते हैं।
मासी - तुम्हारे पापा एक तर्कपूर्ण जिंदगी जीते हैं..उनको भी कभी शंकाएँ होती हैं..लेकिन वे मानने को तैयार नहीं होते।
पावेल यह सुनकर फिर मुस्कुराने लगते हैं,
मासी आगे कहती है-तुम्हारी पापा की जिंदगी अपने जगह सही है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि भगवान नहीं है।
समझ आया?
पावेल- पता नहीं, मुझे समझ नहीं आया?
मासी- बेटा भगवान है। ये बहुत ही आसान है अगर तुम विश्वास करना चाहो तो।
पावेल- आप भगवान पर विश्वास करती हैं?
मासी- हां।
पावेल(निराशा के भाव से) - कौन हैं वो?
मासी आगे आती है और पावेल को गले से लगा लेती है।
और कहती है- कुछ महसूस हुआ।
पावेल- हां,
मासी- हां यही तो भगवान है।

No comments:

Post a Comment