Wednesday, 5 May 2021

लाॅकडाउन बनाम आत्मनिर्भर भारत

A - ना देव मिला ना ब्राम्हण।
B - ये मुहावरा सुनाने के लिए मैं ही मिला तुम्हें?
A - हम अपना हाल बता रहे हैं।
B - तो हाल बताओ, आउटडेटेड मुहावरे ना गढ़ो।
A - इस पापी लाॅकडाउन का सत्यानाश हो।
B - क्यों गरम होते हो, सबके भले के लिए है।
A - तो कर दे संपूर्ण लाॅकडाउन, काहे क्वार्टर मिनी हाफ फुल करते हैं ये।
B - अब फिर क्या किया।
A - कृषि केन्द्र खुलेंगे, लेथ मशीन वेल्डिंग वाली दुकानें बंद।
B - आत्मनिर्भर भारत का नारा दिये थे प्रधानमंत्री थी, इसीलिए था।
A - कह रहे पेट्रोल डीजल मिलेगा लेकिन गाड़ी की रिपेयरिंग वाली दुकानें बंद।
B - तो खुद रिपेयर करो, आत्मनिर्भर बनो।
A - मोहल्ले वाले दुकान खोलेंगे, सड़क वाले होम डिलीवरी करेंगे।
B - तो सड़क से मोहल्ले तक का पुल तैयार करो।
A - ये सब वैसा ही हुआ कि एक पैर काट दो और ओलंपिक दौड़ने को कहो।
B - तो दूसरा पैर लगवा के दौड़े इंसान, जो आत्मनिर्भर होगा वो दौड़ लेगा।
A - नहीं, एक ही पैर से दौड़ेंगे न, खबरें बनेगी अखबारों में।
B - अच्छा यही कि एक पैर से दौड़ कर इतिहास रच दिया।
A - नहीं, एक पैर से दौड़ने के कारण वह पैर भी खो दिया।
B - ऐसे ना कहो प्यारे, सकारात्मक रहो। 
A - हाँ हाँ, आत्मनिर्भर के साथ अब सकारात्मक भी हो जाता हूं।
B - बढ़िया, अब तुम सिस्टम के मुताबिक जीने लायक हो चुके हो।

No comments:

Post a Comment