काश! कोरोना तुम दिखाई देते,
काश! तुम हाॅलीवुड फिल्मों का कोई एक डरावना कीड़ा होते,
काश तुम्हारे होने से मिर्गी जैसा अटैक आता,
या मुंह से विषपान पश्चात् श्वेत झाग निकलता,
या फिर पूरा शरीर काला पड़ जाता,
या लाल चितकबरा सा डरावना दिखता,
काश तुम थोड़े अलग से, विचित्र से होते,
लेकिन तुम अति सामान्य हो,
सर्दी, खाँसी, ज्वर से ही जीवनलीला समाप्त कर रहे हो,
हमें सामान्य की आदत कभी रही नहीं,
इसलिए भी हम भारतीयों को तुम्हें समझने में बड़ी समस्या हो रही है,
भले ही अभी तुम लाखों लोगों की मृत्यु का कारण बन चुके हो,
फिर भी तुम अभी भी हमारी आम समझ से कोसों दूर हो,
क्योंकि तुम बड़े ही सरल तरीके से, सामान्य तरीके से खेल रहे हो।
हमको लाॅकडाउन,क्वारंनटीन,सोशल डिस्टेंसिंग ये सब नहीं समझ आता,
ये गलत बात है, तुम्हें भारत जैसे देशों में दूसरा रूप धरना चाहिए,
हम विश्वगुरू हैं, इसलिए हमारी विनती है।
हे! कोरोना, भले मौत दो, लेकिन कुछ चमत्कार सा करके दो।
ताकि हम तुम्हें और तुम्हारे इस विकराल रूप को समझ पाएं।
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