Wednesday, 22 July 2015

Is Everything Fixed ?(क्या सब कुछ प्रायोजित है? )

आज कुछ काम से एक बड़े अस्पताल को गया था बाहर जहां मैं इंतजार कर रहा था वहां पास में लाइन से व्हील चेयर रखे हुए थे कुछ कदम दूर ही एक्टिवा में एक डाक्टर मैडम उतरीं वो physically challenged थीं उनके एक हाथ में अपना फोन था और दूसरे हाथ से उन्होनें अचानक मेरी तरफ हवा में इशारे कि तरह किया और मैं व्हील चेयर लेकर ही पास चला गया जब पास में गया तो वो अचानक हतप्रभ होकर कहने लगी
 oh no what I have done..I am really sorry to you..
मैं उस समय बस इतना ही कह पाया no madam its okay..you please sit.
फिर उन्होंने कहा कि will you please call the hospital staff..i said ok..
मैंने फिर बुला दिया और staff के मेंबर उनको अपने स्थान तक ले गए..
मैडम तो आश्चर्य में हीं थी तभी शायद उन्होंने मुझे एक पढ़ा लिखा व्यक्ति समझकर English में ही संवाद किया. जाते जाते मैडम अचंभित तरीके से देखने लगी..
मैं भी आश्चर्य में था कि ये सब मेरे से अचानक कैसे हुआ,
कैसे मैं मैडम को "world is full of good people" जैसा कुछ भी आश्वासन नहीं दे पाया!
कैसे उस वक्त जुबां मानो चिपक सी गई
कैसे मैं उनका इशारा देखते ही तपाक से उठकर व्हील चेयर वहां तक ले गया मुझे भी नहीं मालूम।

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